प्रश्न कौशल हिन्दी में

प्रश्न कौशल हिन्दी में

प्रश्न कौशल क्या है (prashn koushal kya hai hindi )

प्रश्न कौशल क्या है इसे जानने के लिए हमें स्कूली अवस्था में जाना होगा शिक्षक को अपने पाठ से संबन्धित बहुत से प्रश्न पूछने पड़ते है। जिससे कि वह यह जान सके कि उसके बच्चों ने कितना सीखा है। इस तरह के कौशल को ही प्रश्न कौशल कहते है।

प्रश्न कौशल के उद्देश्य( prashan koushal ke udeshya)


i.       
विद्यार्थियों ले ध्यान को पूर्वज्ञान की ओर केन्द्रित करना।


ii.       
विद्यार्थियों को पाठ के संबंध में रुचि उत्पन्न करना।


iii.       
विद्यार्थियों ने कितना सीखा है। इसका अनुमान लगाना।


iv.       
प्रश्न करने के कौशल का एक उद्देश्य विद्यार्थियो के व्यक्तिगत कमजोरियों का भी पता लगाया जा सकता है।


v.       
पाठ की पुनरावृति करना


vi.       
विद्यार्थी को नवीन ज्ञान अर्जित करने की प्रेरणा देना।


vii.       
विद्यार्थी की कल्पना शक्ति का विकास करना।


viii.       
विद्यार्थी के रुचि के संबंध में पता लगाना।

प्रश्न कौशल के घटक (prashan koushal ke ghatak)


i.       
बिना बात के प्रश्नों को बहुत अधिक बढ़ा- चढ़ा कर नहीं पूछना चाहिए प्रश्न इस प्रकार होना चाहिए जैसे दिल्ली से पहले भारत की राजधानी कौन था? न कि इस प्रकार के प्रश्न होना चाहिए – जैसे  भारत आजाद पहले भारत पर किसका अधिकार था और उस समय भारत कि राजधानी क्या था?


ii.       
प्रश्न ऐसे हो जिसका एक ही उत्तर संभव हो।


iii.       
प्रश्न बच्चों कि आयु योग्यता एवं के क्षमता के अनुसार होनी चाहिए ।


iv.       
प्रश्न का रूप (मार्ग) इस प्रकार न हो कि वह उत्तर को निर्देश दे ।


v.       
प्रश्न ऐसा न हो जिसका उत्तर हाँ या ना में हो।


vi.       
प्रश्नों को एक निश्चित उद्देश्य से पूछा जाना चाहिए

कक्षा में शिक्षक के प्रश्न पूछने का ढंग या तरीका क्या होना चाहिए?


i.       
प्रश्न पूरे कक्षा में पूछना चाहिए।


ii.       
प्रश्न सिर्फ आगे पंक्ति विद्यार्थी से नहीं पूछना चाहिए।


iii.       
उत्तर देने से पहले बालकों को प्रश्न के उत्तर को सोचने का अवसर देना चाहिए।


iv.       
प्रश्न सरल एवं स्पष्ट तरीके से पूछा जाना चाहिए।


v.       
एक छात्र अगर एक प्रश्न का सही उत्तर नहीं दे पाता है तो प्रश्न दूसरे छात्र से प्रश्न पूछना चाहिए ।  


vi.       
यदि कक्षा में छात्र किसी प्रश्न का उत्तर देने से असमर्थ है तो अपनी भाषा में परिवर्तन करके सरल ढंग से प्रश्न को पूछना चाहिए।


vii.       
प्रश्न को सही- सही ढंग से पूछना चाहिए प्रश्न पूछने में आवाज बहुत तेज़ या धीमी नहीं होनी चाहिए ।     

 

Leave a Comment