इतिहास विज्ञान है या कला


इतिहास का स्वरूप या प्रकृति

इतिहास विज्ञान है या कला इस बात से संबंधित समस्याएं अभी तक तर्क वितर्क या वाद-विवाद में है क्योंकि कुछ विद्वान इसे विज्ञान समझते हैं तो कुछ विद्वान इसे कला बताते हैं।

विज्ञान क्या है

विज्ञान ज्ञान का भंडार है जिसमें निरीक्षण परीक्षण एवं प्रयोग द्वारा प्रतिष्ठित की समानता एवं असमानता का अध्ययन किया जाता है।

पाइन केयर ने लिखा है

“विज्ञान तथ्यों से इस प्रकार बना है जिस प्रकार पत्थरों से एक मकान बना होता है किंतु पत्थरों के ढेर को हम मकान नहीं कह सकते हैं।”

बी.डी. घाटी के अनुसार

इतिहास एक आलोचनात्मक विज्ञान है यह मानते हैं जिसके द्वारा हम किसी तथ्यों घटना और वस्तुओं की छानबीन करते हुए वास्तविक निर्णय पर पहुंचते हैं और निष्कर्ष निकालते हैं इस प्रकार से हम कल सकते हैं कि इतिहास एक विज्ञान है। इसके अपने कुछ नियम हैं। उन नियमों के अनुसार ही अन्वेषण करता है। या खोज करता है। और उन नियमों का प्रयोग सत्य की खोज करने के लिए करता है।”

इतिहास विज्ञान है अथवा कला

इस को जानने के लिए हम इतिहास को अलग-अलग रूपों में देखते हैं-

इतिहास विज्ञान है

a) यह सत्य है कि इतिहास भौतिक विज्ञान की भांति शुद्ध विज्ञान नहीं है और ना इसमें बार बार प्रयोग किया जा सकता है। यह भी सत्य है कि समान प्रकृति की अनेक घटना नए इतिहास में घटित होती है और इनके आधार पर सभी को समानीकरण किए जा सकते हैं।

b) इतिहास अनेक घटनाओं का विवरण है जो बताता है कि यह घटनाएं कब, क्यों, कहां, कैसे तथा किस प्रकार घटित हुई इन समस्त घटनाओं का निष्कर्ष और वैज्ञानिक विवेचन किया जा सकता है।

c) इतिहास भूतकाल के तथ्यों पर आधारित हैं और जो तथ्यों पर आधारित होता है वह विज्ञान है।
इतिहास की वैज्ञानिकता समर्थन में निम्नलिखित बिंदु दे सकते हैं।
१. ऐतिहासिक सामाजिक विज्ञान है।
२. इतिहास में तथ्यों का संकलन प्रमाणित स्रोतों के आधार पर किया जाता है।
३. इतिहास की घटनाओं में क्रमबद्धता रहती हैं। इसलिए निकालेंगे निष्कर्ष  व वैज्ञानिक होते हैं।
४. इतिहास में तथ्यों का सतर्क निष्पक्ष तथा तर्कपूर्ण विश्लेषण होता है।
५. इतिहास में हम तुलनात्मक निरीक्षणों के द्वारा सत्य पर पहुंचते हैं।
६. इतिहास का दृष्टिकोण वैज्ञानिक होता है।
७. इतिहास की अन्वेषण की विधियां भी वैज्ञानिक होती है।
८. भौतिक विज्ञानों की प्रयोग शालाओं के समान इतिहास की भी अपनी एक प्रयोगशाला है इस विश्व में घटित होने वाली सभी घटनाओं या घटनाएं इतिहास के लिए प्रयोग का काम करती है।
इस प्रकार हम पाते हैं कि इतिहास एक विज्ञान हैं किंतु इसकी सामग्री भौतिक विज्ञान से पूरी तरह पृथक है। या भौतिक विज्ञानों की तरह शुद्ध विज्ञान नहीं है किंतु एक उदार विज्ञान है।

इतिहास कला है

इतिहास एक विज्ञान है तो कल आ नहीं हो सकता यदि कन्या है तो विज्ञान नहीं हो सकता इस प्रकार वह दो नाव पर कैसे सवारी कर सकता है। यदि वह विज्ञान है तो यह तथ्यों का शुद्ध या सही रूप प्रदान करेगा। अगर यह कला है तो विषय वस्तु तथ्य घटनाओं आदि का वर्णन दार्शनिक तथा आदर्शात्मक रूप में करेगा। उनको सरल तथा सुंदर रूप में प्रस्तुत करेगा। या दोनों एक साथ संभव नहीं है। ना हो सकता है।
इसके उत्तर में यह कहा जा सकता है कि कलाकार अपनी कला के द्वारा भयावह तथ्यों को भी सुंदर रूप में प्रस्तुत कर सकता है। उदाहरण के लिए कवि अपनी कविता वीर और व्याख्यानों द्वारा अत्यंत भयावह तथ्यों का वर्णन अत्यंत सुंदर और सरल रूप में व्यक्त कर देता है। इतिहास की घटनाओं के आधार पर ही हम आदर्श प्रस्तुति करने में सक्षम होते हैं। वास्तव में अपनी प्रारंभिक अवस्था में इतिहास एक अंग या इतिहास मानवीय घटनाओं का वर्णन है। किंतु उनमें साहित्य गुण का होना भी उतना ही आवश्यक है कला हमें बतलाती है कि क्या होना चाहिए। हमारा आदर्श क्या है? हमारा गंतव्य क्या है। इतिहास ही अनेक घटनाओं के रूप में हमें बतलाता है कि हमें क्या चाहिए। इतिहास का यही कला पक्ष है।

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