Cricket essay in hindi, cricket par nibandh, मेरा प्रिय खेल क्रिकेट पर निबंध

Cricket essay in hindi, cricket par nibandh, मेरा प्रिय खेल क्रिकेट पर निबंध

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प्रस्तावना

खेल मनोरंजन के साथ-साथ स्वास्थ्यवर्धक भी होती है। खेल चरित्र निर्माण, पारस्परिक सहयोग, सहनशीलता और भाईचारे की भावना को जगाने के लिए बहुत उपयोगी है। हमारे देश में अनेक खेल प्रचलित है जैसे गुली डंडा, कंची, रस्सी कूद, हॉकी, क्रिकेट, फुटबॉल आदि जिनमें से हॉकी, क्रिकेट, फुटबॉल का विशेष महत्व है। हॉकी हमारा राष्ट्रीय खेल है लेकिन क्रिकेट सबसे अधिक लोकप्रिय हैं। क्रिकेट का खेल महंगा है जिसका निर्णय होने में 5 दिन लगते हैं और कभी तो मैच हार जीत का निर्णय हुए बिना ही समाप्त हो जाता है इसे टेस्ट मैच कहा जाता है। इसलिए क्रिकेट खेलने वालों और देखने वालों में धैर्य होना चाहिए तभी हम क्रिकेट खेल का लुफ्त उठा सकते हैं।

 

क्रिकेट खेल का प्रारंभ

वैसे तो क्रिकेट इंग्लैंड में खेली जाती थी पर भारत में इसकी शुरुआत अंग्रेजों के शासकों में हुई। अंग्रेज शासकों ने राजाओं और नवाबों को सारे दिन व्यस्त रखने के लिए इस खेल का आरंभ किया ताकि वे इस खेल में व्यस्त रहें और उन्हें अपने राज्य पर ध्यान ना हो ताकि वह आसानी से अपना काम कर सकें। तब से आज तक क्रिकेट का खेल लोकप्रियता की कई मंजिलें पार कर चुका है। क्रिकेट का खेल इंग्लैंड का ही देन है।

 

क्रिकेट खेल की लोकप्रियता

क्रिकेट खेल की लोकप्रियता अब इतनी तेजी से बढ़ गई है कि वे न केवल इंग्लैंड और भारत में खेली जाती है बल्कि अन्य देशों में भी इस खेल के प्रति रुझान देखने को मिलता है जिनमें हैं श्रीलंका, पाकिस्तान न्यूजीलैंड ऑस्ट्रेलिया वेस्टइंडीज दक्षिणी अमेरिका आदि। विदेशी खेलों में क्रिकेट को जितनी लोकप्रियता प्राप्त हैं और किसी अन्य खेल को नहीं है। इस खेल में अमीर हो या गरीब, युवा हो या बूढ़ा, नारी हो या नर, व्यापारी, छात्र,शिक्षक सभी रुचि लेते हैं। क्रिकेट खेल के लोकप्रियता इतनी बढ़ चुकी है कि लोग इसे देखने तथा सुनने के लिए रेडियो और टीवी के आसपास से नजर आते हैं। बल्कि आप तो हर किसी के पास स्मार्टफोन होने के कारण लोग हर जगह क्रिकेट का लुफ्त उठा रहे हैं। क्रिकेट की लोकप्रियता इतनी बढ़ चुकी है कि कुछ लोग तो क्रिकेट देखने के लिए अपने कामों से ही छुट्टी लेकर क्रिकेट मैच देखने के लिए घर में ही रुक जाते हैं। जितनी अन्य खेलों को देखने में रुचि नहीं दिखाई देती है उतनी रूचि क्रिकेट मैच को देखने के लिए होती है मैच के दिनों में मैच देखने के लिए टिकट लेने वालों की लंबी कतार देखने को मिलती है पर किसी किसी को टिकट भी नसीब नहीं होता फिर भी लोगों की जज्बा वही खत्म नहीं होती।

 

क्रिकेट खेलने की विधि:

क्रिकेट खेल के लिए बड़े मैदान की आवश्यकता होती है। मैदान के बीचो बीच ‘पिच’ बनी होती है। पिच के दोनों ओर तीन-तीन विकेट गड़ी होती हैं। पिच पर क्रिकेट के खेल के मिलने का काफी कुछ भाग निर्भर होता है। क्रिकेट के दो टीमों के 11 11 खिलाड़ी और 2 एम्पायर होते हैं। मैच की शुरुआत टॉस के साथ किया जाता है जिस टीम का कप्तान टॉस जीत का है वही निर्णय लेता है कि उसकी टीम पहले बैटिंग करेगी या फील्डिंग। टेस्ट मैच 5 दिनों तक चलता है। यह आवश्यक नहीं कि मैच के हार जीत का निर्णय हो, कभी-कभी मैच हार जीत नेट नहीं होने से पहले ही खत्म हो जाता है। इसमें 5 दिनों बैट और बॉल का संघ चलता है। मैच में तरह-तरह की बॉलिंग करके गेंदबाज बल्लेबाजों को आउट करने का प्रयास करते हैं। हर गेंदबाज एक ओवर में 6 गेंदे फेंकता है। जिस ओवर में एक भी रन नहीं बनता, वह ‘मेडन ओवर’ कहलाता है। आजकल एकदिवसीय मैच और ट्वेंटी-20 मैच प्रचलित है।

 

भारत में क्रिकेट का खेल

भारत जैसे गरीब देश में क्रिकेट का प्रचलन इतनी तेजी से बढ़ रहा है कि लोग इसे देखने में अपना कीमती से कीमती समय गंवा दे रहे हैं। विद्यालय, महाविद्यालय और विश्वविद्यालयों में भी क्रिकेट के खेल के प्रति लगाव बढ़ता जा रहा है। रणजी ट्रॉफी ईरानी कप के लिए क्रिकेट प्रतियोगिताओं में भारी उत्साह से क्रिकेट प्रेमी उम्र पढ़ते हैं भारत की टीम ने वर्ल्ड कप जीतकर अपनी श्रेष्ठता को प्रमाणित किया है किंतु अभी भी हमारे खिलाड़ी जमकर नहीं खेलते हैं और जब आउट हो जाते हैं तो आउट होती ही चले जाते हैं। हमारे भारत के टीम तेज गेंदबाजों के सामने प्राय: टिक नहीं पाते। कई बार मैं छोड़ जाने से इस क्षेत्र में हमारे प्रतिष्ठा में काफी ठेस पहुंची है। भारत के क्रिकेट टीम के कुछ सदस्यों के नाम सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, एम एस धोनी, राहुल द्रविड़, सौरव गांगुली, हरभजन सिंह, अनिल कुंबले, जैसे अच्छे खिलाड़ी भारत में भी है और उन्हीं से हमारी आशाएं बनी हुई है।

 

निष्कर्ष

क्रिकेट एक ऐसा खेल है जिसमें समय सबसे अधिक लगता है इसलिए इस खेल में बड़े धैर्य और एकाग्रता की आवश्यकता पड़ती है। फील्डिंग करते समय खिलाड़ी को हर समय चौकन्ना चुस्त और सावधान रहना पड़ता है। विकेटकीपर को हमेशा चौकन्ना रहना पड़ता है ताकि उनसे एक भी बोल छूट ना जाए। जो भी कहो पर भारत में क्रिकेट के खेल का भविष्य उज्जवल है। इस खेल से भारत कई देशों से जुड़ पाया है क्योंकि फिर भाईचारा का प्रतीक है और भारत के लोग भाईचारा में सबसे आगे होते हैं।

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